1. ओणम, दक्षिण भारत का महत्वपूर्ण पर्व, 2023 में 20 अगस्त से आरंभ हो चुका है।2. यह 31 अगस्त तक चलेगा और 10 दिनों तक धूमधाम से मनाया जाएगा।
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ओणम का महत्व
1. ओणम पर्व का महत्वपूर्ण कारण: भगवान विष्णु के वामन अवतार की जयंती और राजा बलि के स्वागत का रूप2. यह पर्व केरल में उत्साह के साथ मनाया जाता है और किसान धन्यवाद देने के लिए भी होता है।
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1. पौराणिक कथा के अनुसार, राजा बलि ने देवताओं को परेशान किया और भगवान विष्णु ने उनके बलि देने के लिए वामन अवतार लिया।2. भगवान वामन ने राजा बलि को पाताल लोक में भेज दिया, लेकिन उनकी महत्वपूर्ण आज्ञा के बाद ये त्योहार मनाया जाता है।
पौराणिक परंपरा
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1. ओणम के दौरान 10 दिनों तक केरल के लोग केले के फ्राई का आनंद लेते हैं।
2. घरों की सजावट में रंगोली, आलू चिप्स, अचार और विशेष खाना शामिल होता है।
ओणम की परंपराएं
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1. ओणम के आठवें दिन, मिट्टी की मूर्तियां बनाई जाती है जिन्हें 'मां' के नाम से जाना जाता है।2. चावल और दूध की खीर भी बनाई जाती है और खासतर स्वादिष्ट खाना तैयार किया जाता है।
मूर्तियां और खीर
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ओणम का उत्साह
1. ओणम पर्व के दौरान, केरल में उत्साहपूर्ण उत्सव आयोजित होते हैं।2. लोग ईश्वर की पूजा करते हैं, साथ ही दौड़ और खेलकूद के आयोजन भी होते हैं।
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ऋतु अनुसार ओणम
1. ओणम का त्योहार मुख्य रूप से चिंगम महीने में मनाया जाता है, जो अगस्त-सितंबर के बीच आता है।2. इस पर्व के पीछे भगवान विष्णु के अवतार और राजा बलि के स्वागत की पौराणिक कथा है।
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आपकी शुभकामनाएँ
1. ओणम पर्व के इस खास मौके पर, हम आपको शुभकामनाएँ और आनंद की कामना करते हैं।2. यह त्योहार आपके जीवन में सुख, समृद्धि और खुशियाँ लेकर आए।
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